मुफ्त में कोडिंग सीखेंगे शहर के युवा
रिपोर्ट : आयान अहमद
अलीगढ़ शहर के युवाओं को मुफ्त में कोडिंग सिखाने के लिए अलीगढ़ स्मार्ट सिटी, कोड योगी एनजीओ और एएमयू के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिस ने हाथ मिलाया है। कोडिंग की मुफ्त शिक्षा खासतौर पर वित्तीय तौर पर पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए उपलब्ध कराई जा रही है।
16 जुलाई शनिवार दोपहर 3 बजे कोड योगी और अलीगढ़ स्मार्ट सिटी ने मिलकर एक वेबिनार का आयोजन किया जिसमें पिछड़े तबके के छात्रों को कोडिंग सिखाने की योजना के बारे में चर्चा की गई। कोड योगी के संस्थापक और सीईओ प्रशांत चौधरी ने वेबीनार के दौरान उपस्थित छात्रों को समझाया की किस तरह से वे कोड योगी की मदद से मुफ्त में कोडिंग सीख सकते हैं और अच्छी अच्छी नौकरियां हासिल कर सकते हैं। अपने पुराने छात्रों का हवाला देते हुए प्रशांत चौधरी ने बताया की कई छात्र जो पहले वेल्डिंग और प्लम्बिंग जैसे काम करते थे उन्होंने कोड योगी की मदद से लाखों रूपयो की तनख्वाह वाली नौकरियां हासिल की है। प्रशांत चौधरी ने इस बात भी चर्चा की किस तरह आने वाले समय में कोडिंग एक बेहद महत्वपूर्ण स्किल साबित होने वाली है।
वेबीनार के दौरान स्मार्ट सिटी अलीगढ़ के सीईओ श्री गौरांग राठी जी भी मौजूद रहे। सीईओ गौरांग राठी ने भरोसा दिलाया की गरीब तबके के छात्रों को कोडिंग के जरिए सशक्त बनाने हेतु स्मार्ट सिटी अलीगढ़ हर संभव मदद करेगी। अगर किसी छात्र के पास कोडिंग सीखने के लिए कंप्यूटर उपलब्ध नहीं है तो वे स्मार्ट सिटी द्वारा निर्मित हैबिटेट सेंटर में उसकी व्यवस्था करवाएंगे। वेबीनार में एएमयू ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिस की तरफ से डॉक्टर मुस्सविर मौजूद रहे।
गौरतलब है की कोड योगी के तहत मुफ्त कोडिंग सीखने के लिए पिछड़े तबके का हर वो छात्र योग्य है जिसने 10वीं या 12वीं कक्षा की परीक्षा पास की है। साथ ही साथ जो छात्र कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं और वित्तीय रूप से सशक्त नहीं है वो भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
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